
अगर हम इस बढ़ोतरी का प्रतिशत निकालें तो यह कुछ इस प्रकार होगा:
प्रतिशत वृद्धि = (नई कीमत – पुरानी कीमत) / पुरानी कीमत × 100
(49,000 – 37,000) / 37,000 × 100 = 32.43% वृद्धि
यह आंकड़ा इस बात को दर्शाता है कि प्रीमियम में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है, जो कई लोगों के लिए बीमा को असंभव बना सकता है।

कुम्भ मेला जैसी बड़ी घटनाओं में उपस्थिति की गणना अक्सर सर्वेक्षणों, हवाई चित्रों या भीड़ की घनत्व दर के आधार पर की जाती है, जो कभी-कभी आंकड़ों को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर सकती है। आंकड़े बताते हैं कि एक औसत घनत्व (जैसे प्रति वर्ग मीटर कितने लोग) को लेकर इस क्षेत्र का अनुमान लगाया जाता है, लेकिन यह वास्तविकता से मेल नहीं खाता है, क्योंकि यातायात, आवास, और बुनियादी ढांचे की सीमाएँ इन आंकड़ों में नहीं समाहित होती हैं।
इन दोनों मामलों में, चाहे वह स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम की बढ़ोतरी हो या कुम्भ मेला में उपस्थिति के आंकड़े, एक सामान्य चिंता यह है कि क्या ये आंकड़े वास्तविकता से मेल खाते हैं। ये केवल सांख्यिकीय विसंगतियां नहीं हैं, बल्कि ये हमारे सामने कुछ बड़ी चुनौतियों और विचारों को सामने रखते हैं, जिनका समाधान और पारदर्शिता की जरूरत है।