अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रनेता जैद शेरवानी की गिरफ्तारी के खिलाफ छात्रों ने प्राक्टर कार्यालय का घेराव किया और गेट बंद कर दिए। यह घटना विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के गुस्से का प्रतीक बन गई है। छात्रों ने गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि यह उनकी आवाज को दबाने का एक प्रयास है।
जानकारी के अनुसार, जैद शेरवानी को हाल ही में एक विवादास्पद मुद्दे को लेकर गिरफ्तार किया गया था, जिससे छात्रों में नाराजगी फैल गई। छात्रों ने प्राक्टर कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर नारेबाजी की और अपनी मांगें रखीं। उनका कहना है कि जब तक जैद को रिहा नहीं किया जाता, वे विरोध जारी रखेंगे।
छात्रों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और उनकी आवाज को कुचलने की कोशिश कर रहा है। इस प्रदर्शन में एएमयू के विभिन्न छात्र संगठन भी शामिल हुए, जो शेरवानी के समर्थन में खड़े हैं।
छात्र नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ जैद की गिरफ्तारी का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे छात्र समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यदि प्रशासन इस तरह की कार्रवाई करता है, तो यह छात्रों की स्वतंत्रता पर हमला है।
इस विरोध ने विश्वविद्यालय प्रशासन को विचार करने पर मजबूर कर दिया है और अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है। छात्रों की एकता और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा।
इस घटना ने अलीगढ़ में छात्र राजनीति को एक नई दिशा दी है, और यह स्पष्ट हो गया है कि छात्र समुदाय किसी भी अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होगा।