मुरादाबाद 1 चुनावी सभा जीआईसी के मैदान मुरादाबाद में प्रत्याशी रुचि वीरा ने मंच से ललकार ते हुए पुलिस अफसर और कर्मचारियों को औकात में रहने की हिदायत दी तो उनके कान खड़े हो गए 1
ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रुचि वीरा के चुनाव प्रचार के लिए एक मुरादाबाद में एक बड़ी सभा को संबोधित करने के लिए आने वाले थे लेकिन मौसम खराब होने की वजह से वह नहीं आ सके जबकि सभा स्थल के बड़े ग्राउंड पर के बड़े इंतेजामात किए गए थे कांग्रेस आप और समाजवादी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारी की भारी भीड़ मौजूद थी इसी बीच प्रत्याशी रुचि वीरा को पता चला की पुलिस और कर्मचारी सभा से लोगों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं और लोगों को अपने वाहनों से नही आने दे रहे हैं 1 रास्ते में ही रोक कर वापस लौट आ रहे हैं 1 रुचि वीर भड़क उठी और अपनी कुर्सी से उठकर माइक संभालते हुए बीच में ही पुलिस अफसर और कर्मचारियों को धमकाया कि वह अपनी औकात में रहे 1 मैं मुरादाबाद की ही रहने वाली हूं मेरी शिक्षा दीक्षा यही हुई है और मेरी ससुराल बिजनौर है 1 तुम लोग भाजपा के एजेंट बनकर काम करना बंद करो 1 अपने कर्तव्यों का पालन करो मेरी जीत से बौखलाने की जरूरत नहीं है 1 मैं किसी भी कीमत पर गलत बात बर्दाश्त नहीं करूंगी 1 मैं जीतूंगी आने वाला समय गठबंधन का ही होगा 1 रही बात चुनाव लड़ने की तो जब नरेंद्र मोदी गुजरात से आकर यहां चुनाव लड़ सकते हैं तो मैं अपने घर मुरादाबाद से क्यों चुनाव नहीं लड़ सकती यह हमारा फंटामेंटल अधिकार है l
गठबंधन के कार्यकर्ताओं में पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की प्रति रोष व्याप्त है पूर्व विधायक नाईमुल् हसन पूर्व सांसद यशवीर धोबी पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका शेरकोट शेख कमरुल इस्लाम हुसैन अहमद अंसारी आदि ने संयुक्त रूप से कहा है कि हम बहन रुचि वीरा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं हर स्थिति में उनका मान सम्मान और संघर्ष के लिए तैयार है वह मुरादाबाद सीट पर पहले नंबर की प्रत्याशी है और भारी मतों से विजई होगी जनता को एक एक वोट निडर होकर डालना है और गठबंधन के प्रत्याशियों को जगह-जगह सफलता दिलानी है 1