उनके अनुसार, यह त्योहार धार्मिकता का ही नहीं, बल्कि समरसता और भाईचारे की मिसाल है।
हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच ईद का मनाना एकत्रित भावना का प्रतीक है। इस अवसर पर, हमें प्रेम और समझदारी के साथ एक-दूसरे के साथ मिलकर त्योहार मनाने का संकल्प करना चाहिए। इस सांस्कृतिक उत्सव में, हमें भाईचारे की भावना को और गहराने का संकल्प करना चाहिए।