अलीगढ़: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यू.जी.सी.) के निर्देशानुसार, स्थानीय फ़ूड क्राफ्ट संस्थान ने 12 से 18 अगस्त तक “रैगिंग विरोधी सप्ताह” बड़े धूमधाम से मनाया। इस विशेष सप्ताह के दौरान विभिन्न शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
फ़ूड क्राफ्ट संस्थान के कार्यक्रम समन्वयक श्री आशीष स्पेंसर ने बताया कि इस वर्ष भी ‘रैगिंग विरोधी सप्ताह’ के तहत कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत रैगिंग विरोधी समिति के नोडल अधिकारी प्रणव पांडेय ने 12 अगस्त को ‘रैगिंग के विरुद्ध जागरूकता’ पर व्याख्यान दिया।
इसके बाद 13 अगस्त को “रैगिंग: मज़ाक नहीं, एक अपराध” विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। 14 अगस्त को “रैगिंग को ना” विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इन सभी प्रतियोगिताओं में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की। 16 अगस्त को इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया और रैगिंग विरोधी वीडियो का प्रदर्शन किया गया।
अंत में संस्थान के सचिव/प्राचार्य श्री नीलेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में रैगिंग को एक गंभीर अभिशाप बताते हुए इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रैगिंग केवल एक मज़ाक नहीं है, बल्कि यह एक अपराध है, जिसका समाज पर गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
फ़ूड क्राफ्ट संस्थान ने इस पहल के माध्यम से विद्यार्थियों में रैगिंग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और एक सुरक्षित और सकारात्मक शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है।
प्रधान संपादक: वाई. के. चौधरी, दैनिक छठी आंख समाचार