किरण बेदी ने रतन टाटा की सराहना करते हुए कहा, “रतन टाटा का जीवन और कार्य हमें सिखाते हैं कि सच्चा नेतृत्व हमेशा दूसरों के कल्याण को प्राथमिकता देता है। उनकी दूरदर्शिता, ईमानदारी और करुणा ने देश के विकास में अमूल्य योगदान दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में उनके प्रयासों से लाखों लोगों का जीवन बदला है।”
कार्यक्रम में रिलायंस के संस्थापक धीरूभाई अंबानी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही हाल ही में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति मौन रखकर सम्मान व्यक्त किया गया।
रतन टाटा की विरासत पर वक्ताओं के विचार
कार्यक्रम का उद्घाटन नमो केंद्र के अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने किया। उन्होंने कहा, “रतन टाटा का जीवन देश के प्रति समर्पण और सेवा का प्रतीक है। यह स्मृति व्याख्यान उनके मूल्यों और योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का प्रयास है।”
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने कहा, “रतन टाटा की विनम्रता और समाजसेवा ने उन्हें देश का आदर्श बना दिया है।”
मिशन सेवार्थ सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. बसंत गोयल ने भी रतन टाटा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “उनकी दृष्टि ने न केवल टाटा समूह को बल्कि देश के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।”
कार्यक्रम में डॉ. बसंत गोयल को “रतन टाटा बिजनेस एक्सीलेंस अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ. किरण बेदी ने प्रदान किया।
विशेष स्मारिका और कैलेंडर का विमोचन
कार्यक्रम के दौरान “रतन नवल टाटा: भारत के महान पुत्र” नामक एक स्मारिका का विमोचन किया गया। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र 2025 कैलेंडर का अनावरण भी हुआ।
अन्य वक्ताओं के विचार
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अनिल माहेश्वरी, डॉ. आमना मिर्जा, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आदिश अग्रवाल और पूर्व विधायक नीलदमन खत्री ने भी अपने विचार रखे। सभी ने रतन टाटा के नेतृत्व और उनके द्वारा स्थापित उच्च नैतिक मानकों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. आयुषी केतकर ने किया। डॉ. जावेद रहमानी ने नमो केंद्र की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का समापन नमो केंद्र अलीगढ़ की सचिव निकहत परवीन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस दौरान 2025 के कैलेंडर का वितरण भी किया गया।
रतन टाटा की जयंती पर आयोजित इस स्मृति व्याख्यान ने उनके योगदान और प्रेरणादायक नेतृत्व को एक बार फिर सबके सामने रखा। नमो केंद्र ने यह घोषणा की कि यह व्याख्यान हर वर्ष आयोजित किया जाएगा।