चौधरी के पार्श्वभूमि में होने के बावजूद, बस्ती जनपद के राजनीतिक माहौल में बसपा को भारी चुनौती का सामना करना होगा। चौधरी को अपने उच्च रूझान, समर्थन और व्यापक अनुभव के बल पर विश्वास है। वह अपनी जीत के लिए हर संभावित कदम उठाएंगे।
इसके बावजूद, बसपा उम्मीदवार मिश्र की राजनीतिक अनुभव और स्थानीय समर्थकों के साथ संगठन को लेकर मजबूत है। उनके उम्मीदवारी से बीजेपी को बस्ती में जीत प्राप्त करने के लिए कठिनाईयों का सामना करना होगा।
इससे पहले के चुनावों में बस्ती जनपद में बीजेपी का परचम बुलंद रहा है, लेकिन इस बार का मुकाबला बसपा के साथ कठिन हो सकता है। चौधरी और मिश्र के बीच मुकाबला देखने के लिए सभी नजरें बस्ती की ओर हैं।