
अलीगढ़: शहर अलीगढ़ में आज एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन हुआ, जिसमें स्थानीय मौलानाओं, शांति प्रिय लोगों, और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर बाबा रामगिरी महाराज के पैगंबर मुहम्मद (PBUH) के खिलाफ आपत्तिजनक बयान पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस प्रदर्शन में पूर्व एएचओ (हज मिशन) अब्दुल समद, पूर्व वाइस प्रेसिडेंट एएमयू मोहम्मद नदीम अंसारी, पूर्व पार्षद सद्दाम हुसैन, और अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए।
प्रतिनिधियों ने डीएम साहब के माध्यम से भारत की महामहिम राष्ट्रपति और महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बाबा रामगिरी महाराज द्वारा पैगंबर मुहम्मद (PBUH) के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान की कड़ी निंदा की गई और मांग की गई कि उनके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में कहा गया कि बाबा रामगिरी महाराज ने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को गंभीर रूप से ठेस पहुंचाई है। मुसलमान अपने पैगंबर के खिलाफ किसी भी आपत्तिजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं कर सकते। आरोप लगाया गया कि बाबा रामगिरी ने अपने बयान से देश की एकता और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाया है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘सभी का साथ, सभी का विश्वास’ के सिद्धांत पर आघात किया है।
अब्दुल समद ने कहा कि उक्त बयान से समाज में असंतोष और गुस्सा फैल गया है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की कि वे इस मामले में तुरंत कार्रवाई करें और बाबा रामगिरी को गिरफ्तार कर न्याय के कटघरे में लाएं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि यदि ऐसे मामलों में उचित कार्रवाई की जाती है, तो इससे देश में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।
प्रदर्शन के दौरान अलीगढ़ शहर के मौलाना, शहजाद, मोहम्मद नदीम अंसारी, सद्दाम हुसैन, फैजान खान, आदिल, रशीद अंसारी, अब्दुल समद, बबलू खान, शाहरुख और अन्य कई लोग उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में बाबा रामगिरी महाराज के बयान की निंदा की और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
इस प्रकार, अलीगढ़ में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने धार्मिक सम्मान की रक्षा और समाज में शांति बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी आवाज़ उठाकर सरकार से मांग की कि इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए।
दैनिक छठी आंख समाचार पत्र के लिए अलीगढ़ से ब्यूरो चीफ अनीस अहमद की रिपोर्ट।